Declaration

All the works are of a purely literary nature and are set on the fictional planet of Abracadabra. It has nothing to do with earthly affairs.

Wednesday, April 17, 2019

Some Day




You came from nowhere
To show me some light
And a little bit of love
And a lot of wisdom
Be there
For I may need you
Some day.
Some day.

आंगन में एक चाँद टंगा है



आंगन में एक चाँद टंगा है 
अभी हाल ही में पूरा गोल था 
अब धीरे- धीरे कटने लगा है 
उसके दाग़ झलकते थे पहले 
अब वो दाग़ भी सिमटने लगा है 

गहरे सूने आकाश में वो चाँद 
कुछ दिन के लिए चमकने  लगा था  
बादल नहीं थे तो दमकने लगा था 
पर पक्ष परिवर्तन होते -होते 
अब वो चाँद भी दुबकने लगा है 

मौसम की आज़माइश भी है  
चाँद आएगा और जायेगा भी 
आकाश लाल और नील भी होगा 
मनुष्य आशातीत और आशाहीन भी होगा 
चक्र परिवर्तन का तो चलता ही रहेगा 


Thursday, April 4, 2019

तस्सलियाँ


मुझे अब तो वो तस्सलियाँ भी नहीं देते 

छोड़ दिया है मुझे मेरे हाल पे 

पूछते भी नहीं की क्या ग़म है तुझे  

ख़्वाहिशों से भरे इस सहमी दीवार पे